कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में कन्याकुमारी से कश्मीर तक की भारत जोड़ो यात्रा जारी है। इस बीच राहुल गांधी ने भाजपा पर एक बार फिर हमला किया और सवाल किया कि एक पार्टी जो खुद को हिंदुओं का प्रतिनिधि कहती है, वह कैसे देश में अशांति फैला रही है, जबकि हिंदू धर्म में पढ़ाया जाने वाला पहला शब्द 'ओम शांति' है।
कांग्रेस नेता ने एक दिन पहले भी भाजपा पर हमला किया था और कहा था कि भगवा पार्टी ने साबित कर दिया है कि नफरत का इस्तेमाल राजनीतिक रूप से चुनाव जीतने के लिए किया जा सकता है, लेकिन इससे रोजगार पैदा नहीं किया जा सकता है।
तमिलनाडु के बाद भारत जोड़ो यात्रा अभी केरल में है। मंगलवार शाम को यहा कल्लम्बलम में भारी भीड़ को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा कि हिंदू धर्म में पहली बात जो सिखाई जाती है वह है 'ओम शांति'। तो कृपया मुझे समझाएं कि कैसे एक पार्टी जो खुद को हिंदुओं का प्रतिनिधि कहती है, पूरे देश में अशांति पैदा कर रही है? वे जहां भी जा रहे हैं सद्भाव को नष्ट कर रहे हैं, वे लोगों पर हमला कर रहे हैं, वे लोगों को बांट रहे हैं, उन्हें अपशब्द कह रहे हैं।
वायनाड सांसद ने आगे कहा, सभी धर्मों का सार शांति, सद्भाव और करुणा है। सभी धर्म हमें एक-दूसरे का सम्मान करना सिखाते हैं। सभी भारतीयों को उनके अलग-अलग धर्म, समुदाय, भाषा आदि के बावजूद एकजुट करना इस यात्रा की भावना है
अगले दिन की अपने यात्रा कार्यक्रम का विवरण देते हुए उन्होंने कहा कि वह यहां शिवगिरी में प्रसिद्ध समाज सुधारक श्री नारायण गुरु को श्रद्धांजलि देंगे। भारत जोड़ो यात्रा का केरल में आज तीसरा दिन था। दिनभर रुक-रुक बारिश होती रही लेकिन भारी जनता के बीच यात्रा आगे बढ़ीकांग्रेस नेता ने कहा कि पांव में छाले होने पर भी उनकी यात्रा नहीं रुकेगी क्योंकि बारिश होने पर भी सैकड़ों लोगों ने बिना छतरी के सड़कों पर मार्च किया।
खराब तरीके डिजाइन की गईं केरल की सड़कें
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि केरल में सड़कों को खराब तरीके से डिजाइन किया गया है जिसकी वजह से राज्य में कई वाहन दुर्घटनाएं और मौतें होती हैं। गांधी ने कहा कि वह सड़कों के खराब डिजाइन के लिए एलडीएफ या केरल के मुख्यमंत्री पिनारई विजयन को दोष नहीं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को डिजाइन पर कुछ नियम बनाने की जरूरत है
राहुल ने कहा, मैं एलडीएफ या मुख्यमंत्री को दोष नहीं दे रहा हूं, क्योंकि इनमें से कुछ सड़के उनके द्वारा बनाई गई हैं और कुछ यूडीएफ के द्वारा बनाई गई है। लेकिन जब मैं सड़कों पर चलता हूं तो मुझे एक तरफ आधा ढलान मिलता है। कहीं-कहीं पर सड़कें तेज घुमावदार होती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह इसे आलोचनात्मक तरीके से नहीं कह रहे हैं बल्कि सड़कों पर चलने के अपने अनुभव और एंबुलेंस को देखते हुए कह रहे हैं।